पिछले सताईस वर्षों से अपने दिवंगत पिता को स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी का दर्जा दिलाने की जद्दोजहद में जुटे है गोपाल भुजबल ....
कभी स्वतन्त्रता संग्राम की लडाई लड़ने वाले रघुनाथ भुजबल ने कभी यह नही सोचा होगा की उसे स्वतन्त्रता सेनानी का दर्जा पाने की लडाई भी लड़नी पडेगी . इस लडाई को लड़ते-लड़ते तीस अगस्त सन दो हजार दो में उनकी मौत हो गई . पिता की मौत के बाद उन्हें सम्मान दिलाने की लडाई उनके पुत्र गोपाल भुजबल लड़ रहे है.
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पहले देश के लिए लड़े... अब स्वयं के लिए लड़ने वाले स्वतन्त्रता सेनानी की व्यथा .
देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी बाबूलाल सोनी को अब अपनी जमीन वापसी की लडाई लड़ना पड़ रही है . अपने परिवार के पैतीस सदस्यों के लिए अठारह साल पहले खरीदी जमीन को पाँच साल पहले मध्य प्रदेश ग्रह निर्माण मंडल ने नई कालोनी बनाने के लिए अधिग्रहित करने का नोटिस बाबूलाल सोनी को सन २००२ में प्राप्त हुआ .
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